कब मिलोगे दिलदार, जीया मेरा, कब रे मिलोगे दिलदार ૧/૧

कब मिलोगे दिलदार, जीया मेरा, कब रे मिलोगे दिलदार;
		तेरे बिन मैं हूँ निराधार...जीया मेरा० टेक.
राह में तेरी तडपता हूँ प्रतिपल, दिल में है दरद अपार...जीया० १
परवरदीगार दु:खी हूँ मैं दिल में, पाने कुं तेरा दिदार...जीया० २
अब स्वजन कोई अच्छे नहीं लगते, तुही हो अब मेरा यार...जीया० ३
ज्ञानजीवन को सुख देनेवाले, गले लगा ले एकबार...जीया० ४

 

 

મૂળ પદ

कब मिलोगे दिलदार, जीया मेरा, कब रे मिलोगे दिलदार

મળતા રાગ

हर हर गोपीनाथ

રચયિતા

જ્ઞાનજીવનદાસજી સ્વામી-કુંડળ

ફોટો

કિર્તન ઓડિયો / વિડિયો યાદી

ગાયક રાગ પ્રકાશક    
રેકોર્ડીંગ ગુણવત્તા ઓડિયો/વિડિયો લાઇવ /સ્ટુડિયો
   
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